उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आयोजित की गई सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा 17 और 18 फरवरी को संपन्न हुई। इस संबंध में बोर्ड ने अभ्यर्थियों से सबूत मांगने का आदेश दिया है।

बोर्ड ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसके अनुसार पेपर लीक के संदर्भ में साक्ष्यों को तुरंत भर्ती बोर्ड को प्रस्तुत करना होगा। प्रतिवेदन बोर्ड को शुक्रवार शाम 6:00 बजे तक भेजा जा सकता है।

अनुसार सूत्रों की माने तो, पेपर लीक के मामले में बोर्ड जल्द ही बड़ा निर्णय लेने वाला है। कई अभ्यर्थियों ने इस मामले में प्रदर्शन किया है और परीक्षा को निरस्त करने की मांग की है।

हालांकि, भर्ती बोर्ड की तरफ से इस मुद्दे पर जल्द ही फैसला आने की संभावना है। वे ईमेल के माध्यम से बोर्ड को संबंधित प्रमाणों और साक्ष्यों को प्रस्तुत कर सकते हैं।

यह तय है कि पेपर लीक के संबंध में जांच की जाएगी और जांच के बाद यदि कोई अवैधता पाई जाती है तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

सूत्रों के मुताबिक, पेपर लीक से जुड़े कई साक्ष्य मिल रहे हैं और इसके आधार पर बोर्ड ने त्वरित कार्रवाई करने का विचार किया है।

इस अवैधता के मामले में जांच करते समय सबसे अधिक शिकायतें 17 और 18 फरवरी की दूसरी पाली के परीक्षा में मिली हैं।

कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पेपर लीक होने की सूचनाएं वायरल हो गई थीं, जिन्हें बोर्ड विशेष ध्यान से जांच रहा है।

बोर्ड जल्द ही इस मुद्दे पर फैसला करेगा और पेपर लीक के मामले में कठोर कार्रवाई की संभावना है। यह निश्चित है कि भर्ती प्रक्रिया में निष्क्रियता और अवैधता को बचाने के लिए सक्रिय कदम उठाए जाएंगे।

यह सुनिश्चित किया जाएगा कि नियमों और कानूनों का पालन किया जाता है ताकि योग्य और पात्र उम्मीदवार ही चयनित हों और उन्हें नियुक्ति मिले।

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