भारत ने मोनोपोली के गलत इस्तेमाल के मामले में गूगल के खिलाफ कदम उठाने का मन बना लिया है। इससे गूगल की मोनोपोली का गलत इस्तेमाल खत्म होने की उम्मीद है। ऐसे में हम आपको गूगल के बारे में बता रहे हैं-
गूगल की शुरुआत 1998 में लैरी पेज और सरगेई विन ने की थी। रिस्ट्रक्चरिंग के तहत 2015 में गूगल ने पैरंट कंपनी अल्फाबेट बनाई गई। भारतीय मूल के सुंदर पिचाई इसके CEO हैं।
गूगल के फाउंडर ने पहले इसका नाम बैक्रब रखा था। गूगल नाम मैथमेटिकल टर्म Googol से लिया गया है। इसका मतलब एक के 1 साथ 100 जीरो होता है।
2018 में यूरोपियन यूनियन ने गूगल पर सबसे बड़ा 34000 करोड रुपए का जुर्माना लगाया था। गूगल पर आरोप था कि उसने अपने फायदे के लिए मोबाइल कंपनियों को पैसे दिए।
2021 में गूगल सर्च इंजन को सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया गया। इसका का मार्केट शेयर 91.94% था। गूगल पर हर साल 2.5 लाख करोड़ सर्च की जाती है।
गूगल के पास तीन अरब वेबसाइट से ज्यादा का इंडेक्स मौजूद है। गूगल इन तभी वेबसाइट को आधे सेकेंड से भी कम समय में सर्च करके आपको आपके जरूरत की वेबसाइट दिखाता है।
अगस्त 2013 में गूगल ने 5 मिनट के लिए काम करना बंद कर दिया था। इस दौरान ग्लोबल इंटरनेट के इस्तेमाल में 40% की गिरावट हो गई।
2 मिलियन डॉलर में याहू को बेचना चाहता था। याहू ने यह ऑफर ठुकरा दिया। 2002 में याहू ने तीन अरब डॉलर में गूगल को खरीदने की पेशकश की जिसे गूगल ने ठुकरा दिया।
अल्फाबेट क मार्केट केपीटलाइजेशन 1.48 लाख करोड़ डॉलर है। इसके करीब 1.64 लाख एम्पलाई है। Google दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है।
गूगल पर हर रोज 16% से 20% सर्च ऐसी होती है जो पहले कभी नहीं की गई। कुल सर्च में से 33% स्मार्टफोन से की जाती है। ऐसे ही नई नई जानकारी के लिए विजिट करें-