अगर आप शाकाहारी है और साक सब्जियों के काफी शौकीन है, तो आपने सरसों के साग का नाम जरूर सुना होगा। यह खाने में काफी स्वादिष्ट और पौष्टिक तत्वों से भरी होती है।
इसमें मौजूद पोषक तत्व तथा खनिज पदार्थ शरीर के अंदर मौजूद विषाक्तता को दूर करने में प्रभावी होते हैं। इसके सेवन से सर्दियों में जुकाम कफ आधी समस्या नहीं होती है।
इसमें मौजूद नाइट्रेट,मैग्नीशियम और आवश्यक फैटी एसिड की उच्च मात्रा होती है, जो हृदय रोग व्यक्तियों के लिए काफी फायदेमंद है।
सरसों के पत्ते में पर्याप्त मात्रा में फाइटोन्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं। यह मधुमेह के दौरान बनने वाले हानिकारक जीवाणुओं को रोकने में मदद करते हैं।
सरसों के साग में क्लोरोफिल की उच्च मात्रा होती है। जिसके कारण यह लीवर में मौजूद गंदगी को दूर करते हैं और उसे स्वस्थ रखते हैं।
हरी सरसों साग में एंटीऑक्सीडेंट मुख्य रूप से पाए जाते हैं। यह हमारे शरीर की कोशिकाओं में डीएनए को गंभीर नुकसान पहुंचाने से बचाते हैं।
सरसों के साग में जैसे एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं। यह देखने की क्षमता को बढ़ाते हैं और आंखों को स्वस्थ रखते हैं।
कब्ज के लिए सरसों का साग काफी फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद फाइबर मल त्याग को आसान बनाने में मदद करता है।
सरसों का साग अस्थमा के लिए काफी फायदेमंद होता है। हिस्टामिन कस के उत्पादन को शरीर के अंदर यह कम कर देती है जो अस्थमा के अटैक का कारण का मुख्य कारण है।
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